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7.17.2019

सलमा और जिशान खान की एक मुलाकात की छोटी सी पहलु।

मै किसी भी नजरिये से ठीक नहीं दिखता हूँ फिरभी वो मेरे करीब होते गयी! बहुत सिखा मैने उससे कुछ बातें भुलना नही चाहता हूँ और कुछ बातें चाह कर भी नहीं भुला पा रहा हूँ।


समाज में लोगों को मदद करके या खुद से हुई गलती को गलती मानकर सामने वाले व्यक्ति से माफी मांगने पर जो पोसेटिव पावर का एहसास होता है। वो लफ़्ज़ों में बयान करना मुश्किल है।
मै एक बिजनेस मैन हूँ और साथ ही साथ "कनेक्ट इंडिया" के तहत समाजिक कार्यकर्ता भी हूँ। किसी प्रोग्राम के दौरान मेरी मुलाकात "सलमा" नाम की लड़की जो किसी दुसरे मुहीम के तहत वो "समाजिक कार्यकर्ता" थी,  सावली थी लेकिन चेहरे पर चमक था हाईट मेरे बराबरी का था,  मै ज्यादा खुबसुरत स्मार्ट तो नही हूँ लेकिन अपने टीम का "एकटिव" सदस्य था।  मेरे टीम मे मेरे एलावा एक और मुस्लिम दोस्त "आमिर खान" था।  मेरे टीम के साथी उसकी तारीफ पर तारीफ करने लगे मैने भी किया फिर रोज दिन के तरह सब मस्ती करते घर वापस हुए। जब हम सब कभी भी क्षेत्र में निकलते सबलोग खुब मस्ती किया करते थे।  खुब अश्लील बातें भी किया करते थे। मै "बिजनेस मैन" था और आज भी हूँ और मेरा मानना है एक अच्छे "बिजनेस मैन" बनने के लिए एक अच्छा इनसान बनना सबसे जरूरी है। मै उनके इसतरह के मस्ती को पसंद नही करता था। मस्ती अपनी जगह पर ठीक है लेकिन किसी के बारे मे गंदी-गंदी टीप्पणी करना मुझे पसंद नही था। एक दिन मुझे बगैर बताये मेरा टीम "सलमा" के साथ क्षेत्र मे लोगो के बीच निकल परे मुझे तब पता चला जब वो लोग अगले दिन उसके तारीफ करते दिखे वो ऐसी थी वैसी थी और ना जाने कितने अश्लील बातें की उनलोगों ने।  मुझे बहुत बुरा लगा दोस्तों के इस तरह के बातें सुनकर,  मै अगले दिन "सलमा" को इलाहाबाद चौक पर मिलने को कहा क्षेत्र मे ले जाने के बहाने। वो आइ भी लेकिन बहुत इंतजार करने के बाद क्योंकि मैने अचानक ही ये बात कहा था। जिंदगी मे पहली बार मैने किसी लड़की की इतना इंतजार किया था। खैर उनके आने के बाद मै क्षेत्र मे निकाला भी वापसी मे मैने अपने दोस्तों मे उनकी हो रहे चर्चा के बारे में बताया।  सलमा को बहुत बुरा लगा फिर हम वापस अपने अपने घर लौट गये सायद मेरे इस अंदाज को सलमा ने पसंद किया वो भी मेरा खयाल रखने लगी।
वो Dark pink leep steak लगाना पसंद करती थी। मैने एक बार कहा तुम "लिपि स्टिक" के बगैर ही अच्छी लगती हो तो उसने leep steak लगाना ही बंद कर दिया। लेकिन ये मेरे आंखों का धोखा था। मुझे "लिप स्टिक" पसंद नही था इसलिए वो मेरे सामने बगैर लिप स्टिक के दिखती थी, लेकिन सच कुछ और ही था वो किसी और के लिए लिप स्टिक लगाती थी। मुझे जब पता चला तो मै बगैर कुछ कहे दुरीया बनाते चला गया और मै "कनेक्ट इंडिया" को अलविदा करके बैंगलोर के एक प्राईवेट कंपनी मे सुपरवाइजर हूँ।
मै धन्यवाद देता हूँ ABCD point को जिसे मैने अपने उस पल को बयां किया जिसे मै अपने दिल व दिमाग मे दबाये रखा था।  अगर मेरी बात ABCD point के माध्यम से "सलमा" तक जा रही है तो, मै सलमा जी से गुजारिश करता हूँ की आगर मेरे वजह से जाने अंजाने मे कोई तकलीफ पहुची हो और गुनाह माफी के लायक हो तो plz माफ कर देना।
आप का शुभचिंतक
जिसान खान
इलाहाबाद, यू.पी.


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